Delhi Elections 2020: यहां दांव पर है केजरीवाल को आतंकी बताने वाले सांसद प्रवेश वर्मा की साख
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट जाट, गुजर, सिख और पूर्वांचली मतदाताओं से भरी हुई है। भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा पिछले दो आम चुनावों में यहां से रिकॉर्ड मतों से विजयी हो चुके हैं। उसके पहले कांग्रेस के टिकट पर पूर्वांचली चेहरे महाबल मिश्रा यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में इन दोनों ही राष्ट्रीय दलों की दाल यहां नहीं गली और आम आदमी पार्टी ने क्लीन स्वीप कर दिया था।
भाजपा को बहुमत मिलने की स्थिति में यहां से सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को मुख्यमंत्री पद का बड़ा दावेदार भी बताया जा रहा है। यही कारण है कि प्रवेश साहिब सिंह वर्मा अपने इलाके की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। चुनाव में उनके विवादित बयानों ने पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थीं।
लेकिन उनके ये तरीके भाजपा को जिताने में कितने कामयाब होंगे, ये मतगणना के दिन 11 फरवरी को ही पता चलेगा। फिलहाल एक नजर डालते हैं पश्चिमी दिल्ली की सभी दस विधानसभा सीटों और उसके प्रमुख दावेदारों पर-
मादीपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गिरीश सोनी, भाजपा उम्मीदवार कैलाश सांखला और कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश पंवार के बीच त्रिकोणीय लड़ाई के आसार बन रहे हैं। वहीं राजौरी गार्डन में आप के धनवंती चंदेला भाजपा उम्मीदवार रमेश खन्ना को मजबूत चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से अमनदीप सिंह सूदान को मौका दिया है।
हरिनगर की सिख बाहुल्य सीट पर भाजपा के चेहरे तजिंदर पाल सिंह बग्गा मजबूत चुनौती पेश कर रहे हैं। अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर बग्गा को अकाली दल और स्थानीय सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा का भी समर्थन मिलने से उनकी दावेदारी मजबूत हो गई है। हालांकि आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी राजकुमारी ढिल्लन और कांग्रेस के सुरेंद्र सेतिया भी अच्छी चुनौती पेश कर रहे हैं।
तिलकनगर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने अपने विधायक जरनैल सिंह को मैदान में उतारा है। इस बार भी उनकी दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है। भाजपा ने यहां से अपने लोकप्रिय चेहरे राजीव बब्बर को मैदान में उतारा है। कांग्रेस उम्मीदवार रामिंदर सिंह बामराह भी अच्छी चुनौती दे रहे हैं।
जनकपुरी विधानसभा सीट से आप के राजेश ऋषि को अरविंद केजरीवाल टीम का करीबी होने का खूब फायदा मिल रहा है, तो भाजपा के आशीष सूद को पार्टी के कोर वोटरों का ही भरोसा है। कांग्रेस प्रत्याशी राधिका खेड़ा भी मजबूत चुनौती पेश कर रही हैं।
विकासपुरी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश शर्मा अच्छी लड़ाई लड़ रहे हैं। यहां हर वर्ग के वोटरों पर उनकी पकड़ बताई जाती है। वहीं आप प्रत्याशी महेंद्र यादव और भाजपा के संजय सिंह को पूर्वांचली वोटरों का सहारा है।
उत्तमनगर विधानसभा सीट पर भी पूर्वांचली मतदाता ही अपने नेता के भाग्य का फैसला करते हैं। इसके लिए यहां पर आप के नरेश बाल्यान, भाजपा से कृष्णा गहलोत और कांग्रेस समर्थित राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार शक्ति बिश्नोई के बीच त्रिकोणीय लड़ाई है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण कांग्रेस से निष्काषित पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा इस बार आम आदमी पार्टी के टिकट पर द्वारका से ताल ठोंक रहे हैं। पूर्वांचली होने के आलावा पिता की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी उनकी मदद करती दिख रही है तो पिछला चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक बने आदर्श शास्त्री इस बार कांग्रेस के टिकट पर इस बार चुनावी मैदान में हैं। वे विनय मिश्रा के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार प्रद्युम्न राजपूत भी अच्छी लड़ाई लड़ रहे हैं।
मटियाला विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गुलाब सिंह यादव और भाजपा प्रत्याशी राजेश गहलोत के बीच सीधी लड़ाई के आसार बन रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सुमेश शौक़ीन भी यहां से अच्छी चुनौती पेश कर रहे हैं।
वहीं नजफगढ़ विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के कैलाश गहलोत मजबूत लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा के अजीत खरखरी और कांग्रेस प्रत्याशी साहिब सिंह यादव भी अच्छी चुनौती पेश कर रहे हैं।